महाशिवरात्रि के मौके पर सुबह से ही गिरिडीह के विभिन्न शिवालयों में पूजा अर्चना की जा रही है। वहीं शहरी क्षेत्र में करीब आठ किलोमीटर की दूरी पर उत्तरवाहिनी उसरी नदी के तट पर स्थित दुखहरण नाथ मंदिर को खूबसूरत तरीके से सजाकर भव्य रूप से भगवान शिव माता पार्वती की पूजा अर्चना की जा रही है। इस दौरान सुबह से ही दुखहरण नाथ में जलाभिषेक करने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है।
गिरिडीह के लोगों की बाबा दुखहरण नाथ में काफी आस्था है और लोग बाबा को दुखिया महादेव के नाम से भी पुकारते है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि महाशिवरात्रि के मौके पर हजारों की संख्या में भक्त जलाभिषेक के लिए दुखहरण नाथ आते हैं। यहां पर भक्तों की मांगी गई सभी मुरादें पूरी होती हैं और बाबा लोगो के दुख को हरते है इसलिए लोग इनको दुखहरण नाथ के नाम से जाना जाता है।