गिरिडीह झारखण्ड स्वास्थ्य

75 देशों में फैला मंकीपॉक्स भारत पहुंचा, जाने कैसे फैलता है और क्या है लक्षण

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दुनिया के 70 से ज्‍यादा देशों में फैल चुके मंकीपॉक्स वायरस की भारत में एंट्री हो गई है। केरल के कोल्‍लम जिले से मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। मरीज हाल ही में विदेश से लौटकर आया था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर संदिग्‍ध को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। टेस्‍ट में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई। फिलहाल मरीज का इलाज चल रहा है। देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला मिला है। यह व्‍यक्ति हाल ही में UAE से लौटकर आया था। उसे तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। वह विदेश में इस संक्रमण के एक मरीज के करीबी संपर्क में रहा था। एक रिपोर्ट बताती है कि अब तक 73 देशों में मंकीपॉक्स के 10,800 से ज्‍यादा मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।

कोविड-19 के बीच मंकीपॉक्स वायरस की दस्‍तक से सरकार अलर्ट हो गई है। केंद्र ने सभी राज्यों से कहा कि सभी संदिग्ध मामलों की जांच हो, टेस्ट किए जाएं और अस्पतालों में निगरानी बढ़ाई जाए। बचाव के लिए जानना जरूरी है कि मंकीपॉक्‍स वायरस क्‍या है? कैसे फैलता है? आइए मंकीपॉक्‍स के लक्षणों, इलाज और वैक्‍सीन के बारे में जानते हैं।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति के करीब जाने से फैलता है। यह वायरस मरीज के घाव से निकलकर आंख, नाक और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। यह संक्रमित बंदर, कुत्ते और गिलहरी जैसे जानवरों या मरीज के संपर्क में आए बिस्तर और कपड़ों से भी फैल सकता है। मरीज 7 से 21 दिन तक मंकीपॉक्स से जूझ सकता है।

WHO के अनुसार, मंकीपॉक्स के लक्षण संक्रमण के 5वें दिन से 21वें दिन तक आ सकते हैं। शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। इनमें बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमर दर्द, कंपकंपी छूटना, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। इसके बाद चेहरे पर दाने उभरने लगते हैं, जो शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल जाते हैं। संक्रमण के दौरान यह दाने कई बदलावों से गुजरते हैं और आखिर में चेचक की तरह ही पपड़ी बनकर गिर जाते हैं।