गिरिडीह झारखण्ड

5 अगस्त को हुई मुस्कान पांडे की आत्महत्या को लेकर अखिल भारतीय स्वर्ण मोर्चा और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार ने उठाई आवाज, गुनहगारों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की प्रशासन से की गई अपील

Share This News
विगत 5 दिसंबर को मुस्कान कुमारी की हत्या पांडेयडीह मैगजीनिया तालाब स्थित एक पेड़ में फांसी के फंदे में लटका हुआ पाया गया था। मुस्कान कुमारी,पिता दिनेश कुमार पाण्डेय ग्राम सिमराटांड, चरघरा, +2 स्कूल की छात्रा थी। और वह दुर्गा पूजा के बाद से न्यू बरगंडा स्थित अपने चाचा के यहां रह कर विद्या कोचिंग में पढ़ाई करती थी।
मुस्कान के चाचा विनय कुमार पांडेय ने अखिल भारतीय स्वर्ण मोर्चा झारखंड प्रदेश एवं अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन से लिखित आवेदन देकर इस अप्रिय घटना को लेकर उचित जांच पड़ताल और गुनहगारों को सजा दिलाने के लिए कहां है। मानवाधिकार के सूरज पांडेय ने बताया कि यह बहुत बड़ी शर्मनाक घटना है। 5 अगस्त को यह घटना घटित हुई है, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से कोई भी गुनहगारों को पकड़ा नहीं गया है। यह पूरे देश के लिए एक अपराधिक घटना है।
मैं जिला प्रशासन से निवेदन करना चाहता हूं कि इस घटना की और ज्यादा से ज्यादा छानबीन करते हुए जल्द से जल्द गुनाहगारों को सज़ा मिले। मुस्कान के चाचा विनय पांडे ने बताया कि उसकी भतीजी एक मेघावी छात्रा थी। और पढ़ने में मुस्कान अवल्ल थी। वह कभी इस तरह की आत्महत्या नहीं कर सकती यह साजिश के तौर पर किसी ने किया है।