गिरिडीह। जो बोले सोनेहाल, सत्श्रीअकाल …….. नानक नाम चढ़दी कला तेरे भाने सरबत दा भला……की गुंज से गुरुवार को पूरा शहर गुजांयमान रहा। हर तरफ गुरू नानकदेव की भक्ति में लोग डुबे हुए थे। मौका था सिखो के प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी की 555 वीं जयंती का। गुरुवार को गुरूद्वारा गुरू सिंह सभा से गुरूनानक देव जी की भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी।
शोभा यात्रा बड़ा चौक, मुस्लिम बाजार, कालीबाड़ी, टावर चौक मकतपुर चौक होते हुए वापस स्टेशन रोड स्थित गुरूद्वारा पहुंची। इस शोभा यात्रा में सिख समाज के हजारों की संख्या में महिला-पुरूष व बच्चों ने भाग लिया। स्थानीय कलाकार व स्त्री सत्संग की महिलाओं के द्वारा शहर भ्रमण में कई भजन प्रस्तुत किये गये। जिसे सुनकर संगत निहाल हो गयी। यूपी के अमरोहा से आए इंद्रदीप सिंह की 12 सदस्य गदका टीम ने हैरत अंगेज प्रदेशन किया। साथ ही नगर भ्रमण में सड़क को पानी और झाड़ू देकर समाज की महिलाओ के द्वारा शुद्ध किया जा रहा था।
साथ ही साथ पूरे रास्ते में प्रसाद वितरण भी किया गया। इस शोभा यात्रा में पंज प्यारे और पंज प्यारिया, सिनियर व जुनियर, वहीं स्त्री पंज प्यारियां हाथ में निशान साहेब लिये हुए पूरे रास्ते में चल रहीं थी। शोभा यात्रा के दौरान लोग वाहेगुरू – वाहेगुरू का जाप किये जा रहें थे। मौके पर गुरूद्वारा गुरूसिंह सभा के अध्यक्ष गुणवंत सिंह मोंगिया , सचिव नरेंद्र सिंह सलुजा उर्फ सम्मी, अमरजीत सिंह सलुजा, , सतविंदर सिंह सलुजा, तरणजीत सिंह, मनमीत सिंह, हरमिंदर सिंह बग्गा, परमजीत सिंह दुआ ,सम्मी सलुजा के अलावा गुरूदीप सिंह बग्गा, राजू सिंह दुआ, कुशल सलुजा, चिरंजीव सिंह, राजेंद्र सिंह, गिन्दर सिंह, गुरूदीप सिंह बग्गा, तरनजीत कौर, डिम्पी कौर खालसा, सुखदीप कौर, सोनम कौर समेत भारी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित थे।