पुलिसिया दबाव का असर अब गिरिडीह में देखने को मिलने लगा है शनिवार को नक्सली कार्तिक महतो ने सीआरपीएफ पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़कर जीवन यापन करने का संकल्प लिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने कार्तिक महतो को बुके देकर स्वागत किया। पुलिस नेउनके लिए गए निर्णयों की सराहना की। पुलिस अधीक्षक अमित रेनू ने कहा कि नक्सलियों को अपने नीति में सुधार कर मुख्यधारा से जुड़ने की जरूरत है श्री रेनू ने कहा कि वर्ष 2009 में भूमि विवाद के खोखरा थाना क्षेत्र के बंदगांव निवासी कारण कार्तिक महतो ने सदस्यता ग्रहण की थी उसके बाद उन्होंने संगठन में सक्रियता बढ़ा दिया,
नक्सली अजय महतो के नेतृत्व में 2018 में चिरकी से हरलाडीह सड़क बनाने के क्रम में गणेश कंस्ट्रक्शन की स्टोर कैंप में आग लगाने तथा उनके मुंशी से मारपीट करने में मुख्य भूमिका में थे। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ गिरिडीह जिले में चार कांड एवं धनबाद जिले में दो कांड दर्ज किए गए हैं। सीआरपीएफ कमांडेंट अच्युतानंद ने कहा कि संगठन छोड़कर लोग सरकार की पुर्नवास नीति के तहत मुख्यधारा से जुड़े। उन्होंने चेतावनी दिया है कि नक्सल गतिविधि को बढ़ने नहीं दिया जाएगा इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।