गिरिडीह झारखण्ड

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सदर अस्पताल में दिया धरना, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का किया पुतला दहन

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उत्पाद विभाग के सिपाही बहाली के दौड़ में अभ्यर्थियों के बेहोश और मौत की घटना से आक्रोशित छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार को गिरिडीह सदर अस्पताल का मेन गेट जाम कर राज्य सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन में उज्ज्वल तिवारी, आशीष सिंह, अनीश राय, अभिजीत सिन्हा, मंटू मुर्मू, अभिजीत मिश्रा समेत छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कई कार्यकर्ता शामिल हुए और सदर अस्पताल के मेन गेट में धरना पर बैठ गए। इस दौरान हेमंत सरकार के जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

संगठन के कार्यकर्ता हेमंत सरकार और स्वास्थ विभाग का पुतला दहन भी करना चाहते थे, लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण छात्र संगठन के कार्यकर्ता पुतला दहन कर नहीं कर पाए। हालांकि धरना पर बैठे संगठन के कार्यकर्ता सिविल सर्जन के इंतजार में थे कि पुतला दहन सिविल सर्जन के सामने हो, और उनसे वार्ता हो सके। लेकिन धरना प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद सिविल सर्जन सदर अस्पताल पहुंचे ही नहीं, वहीं दूसरी तरफ छात्र संगठन के कार्यकर्ता पुतला दहन को लेकर धरना पर ही बैठे रहे। और सरकार के साथ जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। और करीब दो घंटे धरना के बाद कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाया।

इधर उज्जवल तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सरकार का युवाओं को लेकर कोई चिंता नहीं रह गयी है। हालात इतने बदतर हैं कि हर रोज युवा दौड़ने के क्रम में बेहोश हो रहे हैं। और राज्य में दर्जन भर युवा की मौत हो चुकी है। लेकिन बेहोश युवाओं के इलाज में कोताही बरती जा रही है।