शारदीय नवरात्र की शुरुआत आज रविवार को कलश स्थापना के साथ हो गई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने पूजा पंडालों, दुर्गा मंडपो और घरों में कलश की स्थापना कर पूजा-अर्चना शुरू की। पहले दिन माता शैल पुत्री की पूजा-आराधना हुई जिससे पूरे जिला में भक्ति का माहौल बन गया है।
शहर के गांधी चौक, आईसीआर रोड, बरगंडा, अरगाघाट, शास्त्री नगर, बरमसिया, पंचम्बा, स्टेशन रोड, व्हिटी बाजार आदि जगहों के दुर्गा मंडपों में माता की पूजा-अर्चना बड़े ही श्रद्धाभाव से प्रारंभ हुई।
इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैल पुत्री की पूजा की। मां दुर्गा ने पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूम में जन्म लिया था। माता शैलपुत्री का जन्म शैल या पत्थर पर हुआ था। इसलिए इन्हें शैलपुत्री के नाम से जाना जाता है।