भारतीय संविधान की मूल प्रति गिरिडीह में है। यह गौरव गिरिडीह को पिछले कई वर्षों से प्राप्त है। मिली जानकारी के अनुसार, पूरे झारखंड में संविधान की एक मात्र मूल प्रति गिरिडीह के केंद्रीय पुस्तकालय में रखी हुई है।
बताया जाता है कि एक अप्रैल 2003 को कोलकाता के राजा राममोहन राय फाउंडेशन से संविधान की मूल प्रति को मंगाया गया था। इस पर देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं डॉ भीमराव आंबेडकर के मूल हस्ताक्षर हैं। इसके अलावा सच्चिदानंद सिन्हा के हस्ताक्षर हैं।
पुस्तकालय के अध्यक्ष ने बताया कि संविधान की मूल प्रति को ले जाने के लिये यहां कई लोग आते हैं लेकिन इसे पूरे राज्य का धरोहर बता कर किसी को नहीं दिया जाता है। यहां इस ऐतिहासिक संविधान का अवलोकन करने प्रतिदिन कई लोग आते हैं। उल्लेखनीय है कि आज ही के दिन (26 नवंबर 1949) संविधान बनकर तैयार हुआ था।