गिरिडीह शहरी क्षेत्र के पदम चौक के पास सड़क किनारे बेसुध पड़े एक व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने में आइआरबी के एक जवान ने अपना फर्ज अदा किया, लेकिन अस्पताल के दरवाजे के बाहर जमीन पर पड़े उस व्यक्ति के लिए अस्पताल कर्मी मानवता भूल गए। जवान उस व्यक्ति को लेकर अस्पताल पहुंचा और उसे इलाज कराने के लिए अंदर चिकित्सक व कर्मी के पास गया लेकिन उसे चिकित्सक ताे नहीं मिले और कर्मी मिले भी तो उदासीन।
करीब 20 मिनट तक जमीन पर पड़े रहने के बाद अस्पतालकर्मियों की तंद्रा भंग हुई और स्ट्रेचर के सहारे उसे इलाज के लिए अंदर ले जाया गया। जी हां बुधवार को शास्त्री नगर के निरंजन कुमार नशे की हालत में पदम चौक के पास सड़क किनारे बेसुध पड़े थे। इसी क्रम में एक आइआरबी जवान अविनाश कुमार अपनी ड्यूटी से वापस बाइक से न्यू पुलिस लाइन लौट रहा था। सड़क किनारे पड़े व्यक्ति पर नजर पड़ते ही वह अपनी बाइक को वहीं खड़ा कर दिया और उस बेसुध व्यक्ति को आटो से लेकर सदर अस्पताल पहुंच गया।
अस्पताल के गेट के पास जमीन पर पड़े निरंजन को देख कर भी अस्पताल कर्मी चलते बने। काफी देर बाद जब वहां मौजूद लोगों ने हल्ला किया तो अस्पताल कर्मियों की मानवता जागी और उसे इलाज कराने ले गए।