गिरिडीह। अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह के द्वारा बीते चार दिनों से चल रहे राष्ट्र जागरण 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का समापन शुक्रवार को गांधी मैदान तिसरी में हो गया.
कार्यक्रम के तहत लगातार चार दिनों तक गायत्रीतीर्थ शांतिकुंज से आए हुए संतों द्वारा भजन, संगीत एवं प्रवचन किया गया.
कार्यक्रम के माध्यम से संतों ने उपस्थित जनमानस को जीवन जीने की कला, व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण एवं समाज निर्माण के संबंध में सीख दी गई. इस क्रम में मनुष्य के जन्म और इसके उद्देश्य के बारे में बताया गया. साथ ही सत्य सनातन धर्म में होने वाले 16 संस्कारों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई.
महायज्ञ में सैकड़ो लोगों ने अपने बच्चों का विद्यारंभ संस्कार, मुंडन संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार कराया. इस दौरान 153 लोगों ने गायत्री महामंत्र की दीक्षा ग्रहण कर वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के बताएं सादा जीवन उच्च विचार के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. यज्ञ के दौरान हजारों लोगों ने अपने हाथों से यज्ञ भगवान को आहुतियां प्रदान की और मनुष्य के उज्जवल भविष्य की प्रार्थना की.
कार्यक्रम के तहत गुरुवार की शाम भारत के मानचित्र पर मशाल आदि की रंगोली सजाकर 2400 दीपकों को प्रज्वलित कर भव्य दीप महायज्ञ संपन्न किया गया. यज्ञ के दौरान वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विराट पुस्तक मेला का भी आयोजन किया गया जिसमें लगभग एक लाख मूल्य का साहित्य लोगों ने खरीदकर इसे जन-जन तक पहुंचाने का भी संकल्प लिया.
यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद होली मिलन समारोह और भव्य भंडारे का आयोजन किया गया. जिसमें काफी संख्या में लोगों ने शामिल हो कर प्रसाद ग्रहण किया.
यज्ञ के सफल आयोजन में कामेश्वर सिंह, लखन लाल प्रजापति, हरी गोप, मनोज कुमार शर्मा, उमेश कुमार, अनिल कुमार साव, सुधीर पंडित, महेश मोदी, कैलाश मोदी, तिलक राय, कारू बरनवाल, सुरेश यादव, अरुण कुमार, नरेश यादव सहित गायत्री परिवार तिसरी एवं गांवा से जुड़े बहनों एवं भाइयों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ.