गिरीडीह। भीषण गर्मी के कारण कई इलाक़ों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। पानी की घोर किल्लत वाले इलाक़ों में लोगों की उम्मीद नल जल योजना पर टिकी हुई थी। मगर दुर्भाग्य की बात है कि अधिकांश जगहों पर नल जल योजना फेल साबित हो रही है। योजना के नाम पर बोरिंग हुई पाइप लाइन बिछा और जलमीनार भी खड़ा हुआ।
मगर सच्चाई यह है कि जलमिनरों से लोगों को एक बूंद पानी नहीं मिल रहा है। ठीकेदार अपनी मनमानी से बाज़ नहीं आ रहे हैं और सिर्फ खानापूर्ति कर अपना बिल निकाल कर जेब भरने के फिराक में लगे हुए हैं। लंबे समय से इस योजना को लेकर शिकायतों का दौर भी चला, जांच भी हुई मगर जिन स्थानों पर योजना फेल है उसके हालात में सुधार नहीं हुआ।
ऐसी ही समस्या से रूबरू होते होते डुमरी के जिला परिषद भाग संख्या 32 की जिप सदस्य सुनीता कुमारी के सब्र का बांध टूट गया और वह मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित विभाग के कार्यपालक अभियंता के दफ्तर पहुंच गई। यहां उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में पानी की घोर किल्लत है। नल जल योजना शोभा की वस्तु बन कर पड़ी है। ग्रामीण त्राहिमाम है।
जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें ग्रामीणों के सवालों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर से लेकर जिला प्रशासन और पीएमओ तक इसकी शिकायत की गई। मगर नतीजा शून्य निकला। जिप सदस्य सुनीता कुमारी ने कहा कि विभाग के अधिकारी योजना का कार्य कराने वाले ठीकेदार के इशारे पर काम कर रहे हैं। ठीकेदारों पर कोई दबाव या कार्रवाई नहीं किया जाना इस बात को दर्शाता है। ठीकेदार सिर्फ खानापूर्ति कर योजना को पूर्ण दिखाना चाहते हैं और इसमें विभाग का सहयोग ठीकेदार को मिल रहा है। सुनीता कुमारी ने कहा कि वह जानता की समस्या के निदान के लिए कार्यालय पहुंची है। अगर विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह कार्यालय में ही डेरा डाल देंगी। इन्होंने यहां तक कहा कि वह विभाग के कार्यालय में ही झाड़ू पोछा करेंगी मगर उनके क्षेत्र की जनता को पानी दिया जाए।