गिरिडीह। अपनी रैयती जमीन का रशीद कटवाने के किए छह महीने तक अंचल कार्यालय का चक्कर लगाने के बाद मजबूर हो कर रैयत ने सीओ के पांव धोने का फैसला लिया। इसी उद्देश्य से रैयत शुक्रवार को थाली और लोटा लेकर अपने परिवार के साथ अंचल कार्यालय पहुंच गया। मामला जमुआ अंचल के धर्मपुर मौजा से जुड़ा हुआ है।
सीओ का पांव पखारने पहुंचे रैयत धर्मपुर निवासी दुखहरन पाठक ने बताया कि हल्का नंबर 6 मौजा धर्मपुर में उनकी खतियानी जमीन है। जमीन का रशीद कटवाने के किए उन्होंने छह महीने पहले आवेदन दिया था। मगर अब तक उनकी जमीन का रशीद नहीं कटा। कहा 3 महीने तक कागजात की कमी बताकर उन्हें चक्कर कटवाया गया।
3 महीने बाद हल्का कर्मचारी और अमीन के साथ अंचलाधिकारी संजय पांडेय ने स्थल पर पहुंच कर निरीक्षण भी किया। सारे रिपोर्ट आने के बाद भी अंचलाधिकारी द्वारा जमीन का रशीद नहीं काटा जा रहा है।
आखिर कार थक हार रैयत के पुत्र अजीत कुमार पाठक थाली लोटा लेकर अंचल कार्यालय पहुंच गए और सीओ के पैर धोने की बात कही। उनका कहना है कि जब अधिकारी उनकी फरियाद को नहीं सुन रहे तो ऐसे में उन्होंने पैर धो कर अधिकारी को मानने का निर्णय लिया। ताकि उनकी जमीन का रशीद कट सके। इधर रैयत द्वारा उठाए गए इस कदम से अफसरशाही की हट सामने आने की ने कही जा रही है।