गिरिडीह। हूल दिवस के अवसर पर गिरिडीह कॉलेज में कल्चरल कमिटी और संताली विकास परिषद संताली विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप डॉक्टर अनुज कुमार शरीक हुए।
जबकि कार्यक्रम में प्रो नयन सोरेन, प्रो धर्मेंद्र कुमार, प्रो आदित्य बेसरा, रमीज रजा, सुधीर बासके, हीरालाल, सोनालाल, प्रकाश सोरेन, छोटे लाल किस्मत, जयलाल सोरेन, अमर, बबलू समेत काफी संख्या में छात्र शामिल हुए। यहां कार्यक्रम में सबसे पहले झारखंड के वीर शहीद सिद्धू कान्हू की चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया।
बारी बारी से अतिथियों समेत अन्य लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपनी भूमिका निभाने वाले झारखंड के वीर शहीदों को नमन किया। मौके पर डॉक्टर अनुज कुमार ने कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई में संताल आंदोलन का महत्वपूर्ण स्थान है।
अंग्रेजी हुकूमत की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध संताल की धरती के नायक सिद्धू कान्हु, चांद भैरो और उनकी बहनें फूलो झानो ने आज ही के दिन 1855 में आंदोलन का बिगुल फूंका था। इन्हीं लोगों के नेतृत्व में संताल विद्रोह हुआ। कार्यक्रम में अन्य लोगों ने भी अपने अपने विचार प्रकट करते हुए झारखंड के शहीदों को याद किया।