गिरिडीह के बनहती स्थित स्कॉलर बीएड महाविद्यालय में रविवार को नए भारत के निर्माण में शिक्षक शिक्षिका की भूमिका विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के तौर पर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा उपस्थित थे। वहीं अन्य अतिथियों में बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ सुखदेव मोई, झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर त्रिवेणी नाथ साहू, डॉ तपन कुमार शांडिल्य, डॉ मृत्युंजय प्रसाद, डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, अमरजीत सिंह सलूजा, विकास कुमार खेतान, प्रमोद कुमार, जोरावर सिंह सलूजा उपस्थित थे। इस दौरान सबसे पहले सभी अतिथियों का स्वागत बुके देकर किया गया।
जिसके बाद दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा विधिवत कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस दौरान शुरुआती दौर में कॉलेज की प्राचार्या डॉ शालिनी खोवाला ने अपने उद्बोधन में कॉलेज से संबंधित विषय पर विचार रखा। जिसके बाद अतिथियों ने आज के दौर में भारत के निर्माण में शिक्षक शिक्षिकाओं का क्या योगदान है इस विषय पर अपनी बातों को रखा।
अतिथियों ने बताया कि गुरु के बिना ज्ञान नहीं हो सकता। इसीलिए सदेव गुरुओ के सानिध्य में रहकर ज्ञान अर्जित करना चाहिए। बताया गया कि गुरु ही हमें लक्ष्य की ओर अग्रसर करते हैं इसीलिए सभी के दैनिक जीवन में शिक्षक शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण स्थान है। इस दौरान प्रशिक्षुओं द्वारा कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी सहायक व्याख्याता और अन्य विद्यालय कर्मियों का योगदान रहा। मौके पर कॉलेज के प्रशिक्षु छात्र-छात्रा उपस्थित थे।