चित्रगुप्त पूजा जिसे कायस्थ समुदाय खास श्रद्धा के साथ मनाता है, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष आज 3 नवंबर रविवार को यह पूजा मनाई गई है। इस दिन लोग भगवान चित्रगुप्त की पूजा कर उनसे पाप-पुण्य के हिसाब में न्याय का आशीर्वाद मांगते हैं। भगवान चित्रगुप्त को पाप और पुण्य का लेखा रखने वाला देवता माना जाता है, जो अपने लेखनी और पट्टिका के साथ प्रत्येक व्यक्ति के कर्मों का हिसाब रखते हैं। मान्यता है कि चित्रगुप्त जी का आशीर्वाद पाने से जीवन में सुख-समृद्धि और स्वस्थता का वास होता है।
शहर के कायस्थ जाति के लोगों ने भक्तिभाव के साथ भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना भी की। शहर के वकालत खाना, बनियाडीह, पुराना जेल, बरमसिया, चित्रांश भवन के साथ शास्त्री नगर दुर्गा मंडप में धूमधाम के साथ भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना की गयी। वंही पूजा के बाद भव्य भैयारी का भी आयोजन किया गया। जिसमें कायस्थ समाज के सैकड़ो लोग शामिल हुए। पूजा के सफल आयोजन में डॉ. रामकिशोर शर्मा, अमर कुमार सिन्हा, अनूप सिन्हा, अभय कुमार सिन्हा, संजय कुमार सिन्हा, रंजीत कुमार सिन्हा, रंजय बरदियार, राजकमल राज, राजीव सिन्हा, पिंटू सिन्हा, ओंकार सिन्हा, राजेश सिन्हा, प्रवीण कुमार सिन्हा, मनीष सहाय, मृणाल सिन्हा, मोंटी कुमार, त्रिकाल सिन्हा, प्रज्ञा सिन्हा समेत कायस्थ समाज के तमाम लोग शामिल रहे।