ठंड आते ही गिरिडीह में एक अनोखी मिठाई मिलनी शुरू हो जाती है जिसे हम घेवर के नाम से जानते है ये मिठाई राजस्थान की प्रसिद्ध मिठाई है जो स्पेशली मकर संक्रांति के मौके पर खाई जाती है। दूध और मैदे की घोल से इसे कोयले की आंच में धीरे धीरे तैयार किया जाता है।
घेवर को बनाने वाले गिरिडीह के उत्तम गुप्ता और टुनटुन गुप्ता बताते हैं कि लगभग 40 वर्षों से उनके यहां यह मिठाई बनायी जाती है। दूध और मैदा से यह मिठाई बनती है जिसे कोयले की आंच पर धीरे धीरे पकाया जाता और इसके बाद कई तरह के ड्राई फ्रूट्स और खोवा इसमें डाला जाता है। इनके यहाँ शुद्ध देशी घी के घेवर भी बनाई जाती है।
बताया जाता है कि मकर संक्रांति को लेकर इसकी विशेष मांग रहती है। और यहां के लोग दही चूड़ा और तिलकुट के साथ घेवर को जरूर खाते हैं।