चैती दुर्गा पूजा को लेकर मां दुर्गे की आराधना में पिछले कई दिनों से गिरिडीह पूरी तरह डूबा हुआ है। इस दौरान बेलवरण पूजा पूरे विधि विधान के साथ की गई। जिसके बाद आज शुक्रवार को महासप्तमी के दिन मां दुर्गे की प्रतिमा का पट खुला और भक्तो ने मां के क्षमाशील और वरदायिनी के स्वरूप के दर्शन किए।
महासप्तमी पर चैती दुर्गा मंदिर में विधि विधान के साथ मां का आराधना किया गया। प्रसाद के भोग लगाएं गए। सुबह से शुरू हुए पूजा अर्चना का दौर जारी है। इस दौरान हर कोई मां की भक्ति में लीन दिखा।