झारखंड जब भीषण गर्मी से तप रहा है, तब गिरिडीह जिले के बिरनी के सरकारी स्कूल में ग्राम शिक्षा समिति की ओर से बच्चों के बीच स्वेटर का वितरण किया गया है। ग्रामीणों ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है। ग्रामीणों का कहना है कि ठंड के मौसम में शिक्षकों और ग्राम शिक्षा समिति ने बच्चों को स्वेटर नहीं दिया। अब इसका वितरण करना सरकारी राशि का दुरुपयोग है।
ग्रामीणों ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण एक ओर लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। सरकार ने स्कूलों को 12 बजे तक ही संचालित करने का निर्देश जारी किया गया है। ऐसे में बिरनी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरखरी में गुरुवार को शिक्षकों और ग्राम शिक्षा समिति ने स्कूली बच्चों के बीच स्वेटर का वितरण किया है, जो भद्दा मजाक से कम नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार ये स्वेटर पिछले वर्ष छात्रों को दिए जाने थे, लेकिन किसी कारणवश तब वितरित नहीं हो सके थे। अब जब मौसम पूरी तरह से गर्मी की चरम सीमा पर है, तब जाकर इन स्वेटरों को छात्रों के बीच बांटा गया।
कई अभिभावकों ने सवाल उठाए हैं कि क्या शिक्षा विभाग को मौसम की जानकारी नहीं है, या फिर यह बच्चों की भलाई के प्रति लापरवाही का संकेत है?
वहीं विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामप्रसाद यादव ने कहा है कि 30 बच्चों के बीच स्वेटर समेत सेट का वितरण किया गया है। चुनाव के कारण इसका वितरण नहीं हो पाया था। बीईईओ अशोक कुमार ने कहा कि यह विद्यालय के प्रधानाध्यापक की साफ लापरवाही है। भीषण गर्मी में स्वेटर बांटना गलत है। उन्होंने कहा कि विद्यालय के शिक्षक के कारण विभाग का नाम बदनाम होता है। मामले की जांच कर दोषी प्रधानाध्यापक पर कठोर कार्रवाई की जायेगी।