गिरिडीह झारखण्ड

मजदूर की मौत पर संदेह, माले और कांग्रेस के नेताओ ने की मुआवजे और इंसाफ की मांग

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गिरिडीह के औद्योगिक क्षेत्र स्थित बालमुकुंद फैक्ट्री में कार्यरत एक मजदूर की मौत संदेहास्पद परिस्थितियों में हो गई। मजदूर का शव सोमवार की रात औद्योगिक क्षेत्र के समीप एक सुनसान जगह पर कवारिश हालत में बरामद किया गया था।

मृतक मजदूर बिहार के जमुई का रहने वाला बिरेंद्र यादव है। मजदूर की मौत के बाद उसके परिजनों के साथ माले नेता राजेश सिन्हा और युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हसनैन अली ने फैक्ट्री प्रबंधन और ठिकेदार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन्होंने संदेह जाहिर करते हुए कहा कि मजदूर की मौत फैक्ट्री में कार्य के दौरान हुआ है।

फैक्ट्री प्रबंधन और ठिकेदार ने मिलकर शव को फैक्ट्री से निकलकर सुनसान स्थान पर फेंक दिया, ताकि फैक्ट्री प्रबंधन पर किसी प्रकार का आरोप नहीं लगे। हसनैन अली ने कहा कि अक्सर औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्ट्रियों में मजदूर की मौत हादसे में हो रही है।

मगर फैक्ट्री प्रबंधन और पुलिस की मिलीभगत से मृतक के आश्रितों को न्याय नहीं मिल पाता है। कहा बिरेंद्र यादव की मौत को हादसा का रूप दे कर फैक्ट्री प्रबंधन और ठिकेदार चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने मृतक मजदूर के आश्रितों के लिए मुआवजे और न्याय की मांग की है। इधर मृतक मजदूर के परिजनों ने भी इंसाफ की गुहार लगाते हुए उचित मुआवजे की मांग की है।