अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ समाहरणालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं ने हेमंत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरना के दौरान अभाविप के लोगों ने कहा कि हेमंत सरकार सिर्फ युवाओं को ठगने का काम कर रही है। युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए कहा की हेमंत सरकार पिछले पांच साल में छात्रों के हित के लिए क्या किया है वो किसी से छुपा हुआ नही है।
वहीं कहा कि राज्य सरकार ने पांच सालों में न सिर्फ राज्य का बेड़ा ग़र्क कर दिया है बल्कि युवाओं के भविष्य से भी खिलवाड़ किया है। युवा कल भी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे थे, और आज भी ठगा हुआ महसूस कर रहे है।
इस दौरान जिला संयोजक उज्जवल तिवारी ने कहा कि फूलो-झानो के रक्त से सिंचित संथाल की महिलाएं आज स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। बिलखती महिलाएं- तड़पता झारखंड, सरकार के पूरे कार्यकाल पर एक प्रश्न चिन्ह लगाता है? राज्य में लवजिहाद और लैंड जिहाद झारखंड के आदिवासी समाज और उनकी बेटियों के अस्तित्व को समाप्त करने की तैयारी में है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार आदिवासी समाज की जनसंख्या में 10 प्रतिशत की गिरावट हुई, इस बात का साक्ष्य है कि संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठ और धर्मांतरण अपने चरम पर है।
कहा कि झारखंड राज्य में व्याप्त अराजकता एवं विभिन्न शैक्षणिक, सामाजिक, रोजगार, स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा के विषय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जारी “काला दस्तावेज” झारखंड सरकार के निरंकुशता का परिणाम है।
इस मौके पर अभाविप के आशीष कुमार, कृष्णा त्रिवेदी, उज्ज्वल तिवारी, दीपा सेठ, अर्पिता कुमारी, अनीस राय, नीरज चौधरी, शुभम तांती, विकाश वर्मा, अमन तिवारी, मनोहर उपाध्याय, निफात, काजल, खुशबू, नीलू कुमारी, डिंपी सेठ, सोनाक्षी सिन्हा, सलोनी साहू, पूनम कुमारी, अंशु प्रिया, सलोनी कुमारी, राखी कुमारी, संजना कुमारी, रिफत आज़मी आदि अन्य सैकड़ों छात्र छात्राएं मौजूद थे।