आज रविवार 20 अप्रैल को दुनियाभर में ईसाईयों का पर्व ईस्टर बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। गिरिडीह में भी मसीह समाज के द्वारा ईस्टर के मौके पर चर्च में विशेष प्रार्थना की गई और पूर्वजों की कब्र पर मोमबत्ती जलाकर उन्हें याद किया।
ईसाई धर्म के अनुसार, गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी पहले संडे को ईसा मसीह दोबारा जीवित हो उठे थे। ईसा मसीह के पुनर्जीवित होने की खुशी में ईस्टर पर्व मनाया जाता है।
कहते हैं इस दिन ईशा मशीह के जीवित होने के बाद उनको यातनाएं देने और सूली पर चढ़ाने वाले लोगों को भी बहुत पश्चाताप हुआ था। इस दिन ईसाई धर्मावलंबी गिरिजाघरों और कब्रिस्तान में जाकर प्रार्थना करते हैं। प्रभु यीशु को याद करते हैं। एक-दूसरे को प्रभु यीशु के पुनर्जन्म की बधाई और शुभकामनाएं देते हैं।