गिरिडीह लोकसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को उम्मीदवारों के नामांकन की स्क्रूटनी हुई। कुल 25 उम्मीदवारों ने नामांकन प्रपत्र दाखिल किया था। इनमें सात उम्मीदवारों के नामांकन को अयोग्य पाया गया, जिसे रद्द कर दिया गया। सात उम्मीदवारों के नामांकन रद्द होने के बाद अब सिर्फ 18 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं।
जिन सात लोगों का नामांकन रद्द किया गया, उसमें निर्दलीय मंडरो पिपराटांड़ के निर्दलीय धीरन मदक, नावाडीह पपलो के राष्ट्रीय मजदूर एकता के नारायण गिरि, निर्दलीय कसमार निवासी इमाम सफी, कोयरीडीह, धनबाद के निर्दलीय राकेश रोशन, तोपचांची धनबाद के निर्दलीय राजा हक, हरिहरपुर, धनबाद के ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के जयराम महतो, बेंगाबाद के निर्दलीय तुलसी महतो के नाम शामिल हैं।
जिन प्रत्याशियों का नामांकन वैध पाया गया, उसमें बसपा के कमल प्रसाद, आजसू पार्टी के चंद्रप्रकाश चौधरी, झामुमो के मथुरा प्रसाद महतो, बहुजन मुक्ति पार्टी के एनुल अंसारी, भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी पार्टी के पप्पू कुमार निषाद, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के प्रमोद राम, राइट टू रिकॉल पार्टी के शिवजी प्रसाद, सर्व समाज पार्टी के सुभाष कुमार ठाकुर, लोकहित अधिकार पार्टी के ज्ञानेश्वर प्रसाद, निर्दलीय उषा देवी, कलावती देवी, जयराम कुमार महतो, द्वारका प्रसाद लाला, पूजा कुमारी, रामेश्वर दुसाध, सुनीता टुडू और सुबोध कुमार यादव शामिल हैं। गिरिडीह लोकसभा संसदीय क्षेत्र की निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त विजया जाधव ने बताया कि नाम वापस लेने की तिथि 9 मई है। इसके बाद पता चलेगा कि कितने प्रत्याशी मैदान में रहेंगे।