रंगदारी, हत्या, लेवी वसूलने समेत कई कांडों के आरोपी और एनएसपीएम नामक संगठन का कमांडर उमेश गिरी को गिरिडीह पुलिस ने दबोच लिया है।शनिवार को एसपी अमित रेणु नें पपरवाटांड कार्यालय ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी।आरोपी के पास से पुलिस ने दो देसी कट्टा, 8 एमएम का नौ कारतूस, लगभग 8 एमएम का चार जिंदा कारतूस भी बरामद किया है। उमेश गिरी की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है।इस बाबत एसपी नें बताया कि बगोदर के अटका क्षेत्र एवं आसपास के बोकारो हजारीबाग जिले में एनएसपीएम संगठन द्वारा लगातार कई घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। तीनों जिले की पुलिस इस गिरोह को पकड़ने के लिए पूरी तत्परता से लगी हुई थी। उन्होंने बताया कि 27 सितंबर को उमेश गिरी के करीबी पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पालगंज निवासी अमित कुमार तिवारी, बोकारो जिला के राजेश कुमार महतो, डुमरी के घुटवाली निवासी कृष्णा कुमार महतो समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी किया गया। संगठन के मास्टरमाइंड उमेश गिरी की गिरफ्तारी को लेकर लगातार गिरिडीह समेत आसपास के जिलों के अलावे बिहार पश्चिम बंगाल महाराष्ट्र के कई जिलों के पुलिस द्वारा छापेमारी कर रही थी।
एसपी ने बताया कि छापेमारी के दबाव के कारण उमेश गिरी के बगोदर विष्णुगढ़ गोरहर क्षेत्र में दिखाई देने की सूचना प्राप्त हुई थी।इसको लेकर सरिया बगोदर एसडीपीओ नौशाद आलम के नेतृत्व में गठित छापेमारी टीम द्वारा बगोदर थाना क्षेत्र के बीस्माइल जंगल से उमेश गिरी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस कप्तान श्री रेनू ने बताया कि हथियारों का सप्लाई करने वाले अपराधी सुबोध कुमार को कुछ दिन पहले ही बगोदर थाना के द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एसपी ने बताया कि एनएसपीएम संगठन सरगना उमेश गिरी ने कई बड़े घटना का अंजाम दे चुका है। पूछताछ के क्रम में उमेश गिरी ने सभी घटनाओं में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया है। प्रेस वार्ता के दौरान बगोदर सरिया एसडीपीओ नौशाद आलम,साइबर पुलिस उपाधीक्षक संदीप सुमन, सरिया पुलिस निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह, बगोदर थाना प्रभारी नीतीश कुमार समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान मौजूद थे। बताया गया कि कुल 29 पुलिस अधिकारियों और जवानों की टीम ने इस कुख्यात अपराधी को दबोचा है।