गिरिडीह झारखण्ड

ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड में छपी गिरिडीह की पायल सोंथालिया की कविता

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गिरिडीह के एक गृहिणी की कविता देश के 75 कवियों की सूची में शामिल हुई है।भारत सरकार द्वारा संचालित आजादी का अमृत महोत्सव से प्रेरित पुस्तक भारत 75 में गिरिडीह के राजधनवार की पायल सोंथालिया की कविता छपी है।बता दें कि पुस्तक का प्रकाशन प्राची डिजिटल पब्लिकेशन उधम सिंह नगर उत्तराखंड द्वारा किया गया है।इस पुस्तक में देशभर के 75 कवियों की कविताएं प्रकाशित हुई है।

देश भक्ति एवं राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत कवियों की उत्कृष्ट कविताओं के साथ प्रकाशित पुस्तक भारत 75 को ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया है।प्रकाशित पुस्तक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेंट की गई है।बताया गया कि पायल सोंथालिया राजधनवार, गिरिडीह की रहने वाली एक गृहणी हैं।इन्हें लिखने का शौक बचपन से ही था। घर का कामकाज निपटाते हुए इन्होंने अपने लेखन को जारी रखा।मगर पिछले साल लॉक डाउन में इन्होंने कुछ कविताएं लिखी और सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसकी बहुत अच्छी प्रतिक्रिया रही।

उसके बाद से इनके हौसले को उड़ान मिली और लिखने का सिलसिला निरंतर सक्रिय है।इस बाबत इन्होंने कहा कि इनकी कविताएं अब तक स्वर्णिम दर्पण पत्रिका, शब्दार्थ पत्रिका ,अभयुदय पत्रिका और प्रेरणा, प्रतिभा, हम सनातनी हैं, साझा काव्य संग्रहों में प्रकाशित हो चुकी है।कुछ अभी प्रकाशित होने वाली है।इन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी ये बस लिखते रहना चाहती हैं। ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड में इनकी कविता छपने से इनका उत्साह काफी बढ़ा हुआ है।