गिरिडीह। अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह के द्वारा शुक्रवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ के प्रांगण में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य प्रबंधक कामेश्वर सिंह ने की। विचार गोष्ठी में तंबाकू एवं अन्य नशीली सामानों के सेवन से बचने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर समाज में जागरूकता फैलाने को लेकर विचार विमर्श किया गया।
मौके पर मुख्य प्रबंधक कामेश्वर सिंह ने कहा वर्तमान समय में नशा एक महामारी का रूप धारण कर चुका है। इसे समाप्त करने के लिए गायत्री परिवार के द्वारा स्कूलों में विद्यार्थियों के बीच कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है। कहा नशा मुक्ति फिल्मों और अन्य माध्यमों से युवा वर्ग को इस बुराई से बचने के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा गांवों में जाकर दीप महायज्ञ एवं हवन यज्ञ के माध्यम से लोगों को नशा नहीं करने के लिए संकल्प दिलाया जायेगा।
वहीं पूनम बरनवाल ने कहा कि नशे के कारण दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ है। नशा समाज में फैली बुराइयों और अपराध का मुख्य कारण बना हुआ है। नशे पर रोक लगाकर ही समाज की बुराइयों और अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है। कार्यक्रम के माध्यम से गायत्री परिवार के द्वारा लोगों से तंबाकू सहित अन्य नशे से बचने की अपील गई। विचार गोष्ठी में दर्शन पंडित, विनोद कुमार बरनवाल, प्रवीण कुमार, सुरेंद्र बरनवाल, अरुण कुमार, उमा गुप्ता, मधु चौरसिया सहित अन्य लोगों ने अपने विचार रखे और समाज को नशा से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही।