गिरिडीह झारखण्ड धर्म

पितृ पक्ष का आज से आरंभ, जाने महत्व और मान्यता

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पितृ पक्ष का आरंभ आज 10 सितंबर से हो रहा है और यह 25 सितंबर तक चलेगा। हिंदू पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष का आरंभ भाद्रपद मास की पूर्णिमा से होता है और समापन आश्विन मास की अमावस्या पर होता है। इस अमावस्या को सर्व पितृ अमावस्या कहा जाता है। इसके अगले दिन से नवरात्र का आरंभ हो जाता है। हिंदू धार्मिक शास्त्र के अनुसार 16 दिनों तक चलने वाला यह पितृ पक्ष पूरी तरह से हमारे पितरों को समर्पित होता है। इस दौरान हम उनकी आत्मा की शांति के लिए लिए श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान, पूजा, आदि करते हैं।

इस दौरान विशेष तौर पर कौवों को भोजन कराया जाता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि कौवों के माध्यम से भोजन पितरों तक पहुंच जाता है। इसके अलावा बहुत से लोग ऐसा भी मानते हैं कि पितृपक्ष में हमारे पितृ ही कौवों के रूप में पृथ्वी पर आते हैं इसीलिए इस दौरान भूल से भी इस दौरान उनका अनादर नहीं करना चाहिए और उन्हें हमेशा ताज़े बने भोजन का पहला हिस्सा देना चाहिए।