गिरिडीह झारखण्ड

देशव्यापी प्रदर्शन के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान महासभा और माले समर्थन ने कृषि कानून वापस लेने के लिए दिया जोर, निकाला प्रतिवाद मार्च

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देश भर में किसान संगठनों द्वारा चल रहे नए कृषि कानून को वापस लेने के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है। यह विरोध आज भूख हड़ताल तक पहुंच गया। देशव्यापी प्रदर्शन के आह्वान पर आज गिरिडीह जिले में ‘अखिल भारतीय किसान महासभा’ के बैनर तले बड़ी तादाद में लोगों ने प्रदर्शन कर काले कृषि कानूनों को वापस लेने तथा एमएसपी सहित किसानों के अन्य अधिकारों की गारंटी वाले कानून लागू करने की मांग किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई किसान महासभा के झारखंड प्रदेश सचिव पुरन महतो, माले नेता सह एआईसीसीटीयू के राष्ट्रीय पार्षद राजेश कुमार यादव, सीताराम सिंह, राजेश सिन्हा, उस्मान अंसारी, मुस्तकीम अंसारी, जयंती चौधरी, मुस्ताक अंसारी, संदीप जायसवाल आदि संयुक्त रूप से कर रहे थे।
महासभा के लोगों ने सर्कस मैदान पहुंचकर एक प्रतिवाद मार्च भी निकाला गया, जो झंडा मैदान, अंबेडकर चौक, टावर चौक होते हुए समाहरणालय परिसर पहुंचकर धरने के रूप में तब्दील हो गया। किसान नेता मुस्तकीम अंसारी की अध्यक्षता में एक संक्षिप्त सभा की गई। जिसमें उपरोक्त नेताओं ने संबोधन करते हुए एक स्वर्ण में मोदी सरकार से तीनों काले कानून वापस लेने तथा किसान संगठनों से बात कर किसानों के हक में कानून लाने की मांग किया। साथ ही महामहिम राष्ट्रपति के नाम प्रेषित मांग पत्र को गिरिडीह उपायुक्त के माध्यम से भेजा गया। इसके अलावे माले समर्थन किसान महासभा की ओर से एक दूसरा ज्ञापन गिरिडीह डीसी को सौंपा गया।
जिसमें जिले के किसानों की धान खरीदी नहीं होने को लेकर विरोध जताते हुए तत्काल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों का धान खरीदने की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की गई। इस प्रदर्शन में कौशल्या दास, रामेश्वर चौधरी, भोला मंडल, मनोवर हसन बंटी, मीना दास, सरिता महतो, रेखा अग्रवाल, प्रीति भास्कर, रेनू रवानी, मुश्ताक अंसारी, अशरेश तुरी, विजय पांडे, रीतलाल वर्मा, असगर अली, खुबलाल महतो, पप्पू खान, राजेंद्र मंडल, निशांत भास्कर, नौशाद अहमद चांद, कन्हैया सिंह, खीरू दास, राजू पासवान, पिंटू यादव, फोदार सिंह, मनोज यादव आदि मौजूद थे।