गिरिडीह के जी डी बागेडिया शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय परिसर में आज पुरातन छात्र मिलन समारोह बड़े ही धूमधाम से आयोजित किया गया। इस महाविद्यालय की स्थापना 2006 में हुई और विगत 16 वर्षो में शिक्षा के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त किया। इस महाविद्यालय से उत्तीर्ण होकर यहां के छात्र/ छात्राओं ने शिक्षा के क्षेत्र में देश के हर कोने में अपना योगदान दिया है। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शहर के विख्यात डॉ विकास माथुर, अरूण माथुर, महाविधालय के अध्यक्ष अजय बागेडिया,सदस्य सोनल बगडिया, नील रत्न खेतान इत्यादि मौजूद रहे।
कार्यक्रम में पुरातन छात्र छात्राओं के सम्मान में कई सास्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। संथाली लोकगीत,नृत्य ,स्वागत गीत,योग ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।कार्यक्रम को गौरव कुमार,और उमरा नाज ने किया।कार्यक्रम की संचालन पुरातन छात्र छात्राओं की संचालिका सोनी साहा के नेतृत्व में किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ विकास माथुर ने कहा कि शिक्षक ही समाज के संरक्षक होते है ।ये ही समाज की सभ्यता सांस्कृतिक विरासत को आगे ले जाते है।अतः एक शिक्षक को इन सभी प्रेरणाओं के साथ साथ प्रोत्साहित करने की आवश्कता है। श्री अरूण माथुर ने कहा कि इस भौतिकवादी विचारधारा में आध्यात्म की ओर ले जाना और शांति का संदेश ही विश्व कल्याण कर सकता है। महाविधालय के अध्यक्ष श्री अजय बागेडिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति की सोच ही व्यक्ति का निर्माण करती है।एक व्यक्ति अच्छा या बुरा बनाना उसकी सोच पर निर्भर करता है।सोच सही रखने के लिए हमेशा अपने आंख और कान को अच्छी बात को देखने या सुनने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राचार्य डॉ शिव कुमार सिन्हा,प्रभारी श्री अनिल कुशवाहा, प्राध्यपिका वंदना चौरसिया, रजनी कुमारी, बीना झा,माधुरी कुमारी, प्राध्यापक अरघो चटर्जी,आनंद कुमार,आशीष कुमार, मृत्युंजय मिश्र,अमित कुमार,पंकज गुछैतऔर योग शिक्षक सोनी सहा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।सत्र 2020_2022 के सभी प्रशुओ के कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान रहा।