गिरिडीह। सतगुरू नानक प्रगटिया मिट्टी धुंध जग चानन होवा, जे कर सूरज निकलया, तारे छपे अंधेर पलोया। नानक नाम चढ़दी कला तेरे भाणे सर्बत दा भला जैसे कई गुरूनानक देवजी के बोल वचन से गिरिडीह शहर भक्तिमय हो गया। मौका था गुरूनानक देव जी की 551वीं जन्मोत्सव का। गुरूनानक जयंती के मौके पर धनबाद से […]