गिरिडीह जिले में इन दिनों माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों का मनोबल इस कदर बढ़ने लगा है कि कंपनी के लोग ग्रुप में महिलाओं को लोन देने के बाद लोन की किस्त की राशि लेने के लिए महिलाओं पर अलग-अलग तरीके से दबाव डालने लगे हैं। कभी कंपनी के कर्मी फोन पर महिलाओं को धमकी देते हैं तो कभी उनके घर पर पहुंचकर उन्हें बेइज्जत करते हैं। कंपनी के कर्मियों से प्रताड़ित होकर महिलाएं अब कुछ रुपए के कारण जान देने लगी है। एक ऐसा ही मामला गिरिडीह जिले के तीसरी थाना क्षेत्र के भुराई गांव से प्रकाश में आया है।
यहां सुलेखा देवी नामक एक महिला ने माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मी की प्रताड़ना से तंग आकर अपनी जान दे दी है। घटना आज सुबह की है। बताया जा रहा है की तिसरी थाना क्षेत्र के बुराई गांव निवासी अमरजीत शर्मा की पत्नी सुलेखा देवी ने अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी से 50 हजार रुपए लोन लिया था। लोन लेने के बाद कंपनी के कर्मी किस्त की राशि लेने के लिए बार-बार उसके ऊपर दबाव डाल रहें थे।
आज सुबह भी अचानक कंपनी के कर्मी सुलेखा देवी के घर पहुंच कर पैसे मांगने लगे और उसे तरह-तरह से प्रताड़ित करने लगे। इसी बीच सुलेखा देवी ने इस मामले की जानकारी ग्रामीणों को दी। सुलेखा देवी को यह डर लगने लगा कि कंपनी के कर्मी उसके साथ कुछ गलत कर देंगे। इसी के बाद एक और जहां कंपनी के कर में सुलेखा देवी के घर के नीचे डेरा जमाए हुए थे, तो दूसरी और सुलेखा देवी ने अपने घर में फंदे से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना के बाद कंपनी के कर्मी मौके पर से भाग निकले।
इसी बीच घटना की जानकारी ग्रामीणों ने गड़कुरा पंचायत के मुखिया इब्राहिम मियां को दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद मुखिया मौके पर पहुंचे और फिर तिसरी थाना पुलिस को घटना की जानकारी की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद तीसरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सब को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। मृतका की पति अमरजीत शर्मा दूसरे राज्य में काम करते हैं। पति को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।