जाम…जाम…जाम…और जाम। सड़कों की बदहाली और वाहनों के बेतरतीब संचालन से गिरिडीह शहर की स्थिति आज इस कदर ही बनी है। शहर के तमाम मार्गों में जाम की स्थिति आम हो गई है। जो विभिन्न चौक-चौराहों पर खड़ी ट्रैफिक पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो चुकी है। इसका परिणाम है कि जाम में फंसकर लोगों का काफी वक्त बर्बाद हो रहा है, इससे आमजनों का जीना दूभर हो गया है।
वहीं भण्डारीडीह के पास जाम में एक एम्बुलेंस फंस गई और देखते ही देखते पीछे भी वाहनों की कतार लग गई। जाम में फंसने के बाद एम्बुलेंस का साइरन बजता रहा, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा। काफी मशक्कत के बाद एम्बुलेंस जाम से निकल पाई। शहर की चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था से सर्वाधिक परेशानी स्कूली बच्चों को होती है। खासकर जब कार्मेल स्कूल में नर्सरी, एलकेजी, यूकेजी के बच्चों की छुट्टी होती है, तब का नजारा अलकापुरी से लेकर अंबेडकर चौक पर कुछ और ही होती है। ज्यादातर जाम इसी वक्त लगता है। जिससे स्कूली बच्चों को भारी जलालत झेलनी पड़ती है। इस बीच भूखे-प्यासे बच्चों का चेहरा मुरझाने लगता है। अभिभावक भी काफी परेशान होते हैं।