जनजाति सुरक्षा मंच की डी-लिसटिंग महारैली शनिवार को गिरिडीह के बड़ा चौक से दुमका के लिए रवाना हुई। जिसमे जिले के डुमरी , पीरटांड, गांडेय से हजारों की संख्या में जनजाति सुरक्षा मंच के लोग उपस्थित होकर बस से दुमका रवाना हुए । मंच की मांग की कि अनुसूचित जनजाति से जो लोग दूसरे धर्म की तरफ़ चले जाते हैं।उन्हे जनजाति आरक्षण एवं सूची से बाहर किया जाए ।
वनवासी कल्याण केंद्र के अध्यक्ष बिनोद केशरी ने कहा कि जनजाति पुरखों की संसकृति ही जनजातियो का संवैधानिक अधिकार है ।कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव ने कहा कि धरमांतरित जनजाति को आरक्षण सूची से हटाया जाये । मंच की मांग है कि 1970 ईस्वी से डी- लिसटिंग बिल जो संसद मे लंबित है ,इसे पारित कराना है ।
5% धरमांतरित लोग मूल जनजाति की 70% आरक्षण का जो लाभ ले रहे है ,यह सबसे बडा अन्याय है। इस महारैली को सफल बनाने में वनवासी कल्याण केंद्र के अध्यक्ष बिनोद केशरी , जिला सचिव अमित श्रीवास्तव , निशांत शर्मा , प्रवीण मिश्रा ,भुनेशवर राज ,अमित रंजन , ग्रीष्म भगत , शिवलाल बेसरा , रामलाल मुरमू , बिरजु मुरमू ,नीलकंठ मल्लाह , बबली देवी , सुनीता देवी ,सूरजमणी मुरमू ,बसंती देवी आदि का बहुत ही सराहनीय योगदान रहा ।