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विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल गिरिडीह परिसर में परिवार स्वास्थ्य मेला पखवाड़ा का किया उद्घाटन

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विश्व जनसंख्या दिवस के शुभ अवसर पर आज दिनांक 11 जुलाई 2021 को उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी के निदेशानुसार उप विकास आयुक्त, गिरिडीह ने सदर अस्पताल गिरिडीह परिसर में स्वास्थ्य मेला पखवाड़ा का उद्घाटन किया। उद्घाटन के मौके पर उप उन्होंने कहा कि हर साल 11 जुलाई को पूरे विश्व में जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह है कि दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति बढ़ती जनसंख्या की ओर ध्यान दें और जनसंख्या नियंत्रण में अपना योगदान भी अवश्य दें।

जनसंख्या वृद्धि विश्व के कई देशों के सामने एक बड़ी समस्या का रूप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत की जनसंख्या निरंतर बढ़ती जा रही है, चीन के बाद भारत दूसरे स्थान पर है। लोग अगर अब भी परिवार नियोजन के प्रति जागरूक नहीं होंगे तो वह दिन दूर नहीं जब भारत नंबर एक पायदान पर खड़ा होगा। उन्होंने कहा कि भारत में जनसंख्या वृद्धि के मुख्य कारण उच्च जन्म दर, अशिक्षा एवं अज्ञानता, बाल विवाह, अंधविश्वास आदि प्रमुख हैं। आगे उप विकास आयुक्त ने आम लोगों से अपील की और कहा कि लोग जनसंख्या नियंत्रण करने में सहयोग करें तथा स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाकर परिवार नियोजन को सफल बनाएं।

मौके पर मौजूद सिविल सर्जन डॉ सिद्धार्थ सान्याल ने कहा कि विश्व जनसंख्या दिवस 2021 का थीम आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि 11 जुलाई से 24 जुलाई तक चलने वाले इस परिवार स्वास्थ्य मेला पखवाड़ा में राज्य स्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा भी क्षेत्र भ्रमण किया जाना है। उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अंतिम योग्य दंपति तक गर्भनिरोधक की पहुंच को सुनिश्चित किया जाना है , जिससे मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।

इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्रों की सभी एएनएम एवं काउंसलर योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन की विधियों पर परामर्श देते हुए सेवाएं उपलब्ध कराएंगे तथा जिन दंपतियों का परिवार पूरा हो चुका है उन्हें परिवार नियोजन के अस्थाई विधि को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। परिवार स्वास्थ्य मेला पखवाड़ा के दौरान लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जाएगा तथा प्रखंडों के लिए जनसंख्या नियंत्रण हेतु एनएसभी, महिला बंध्याकरण, ओसीपी, अंतरा,  कंडोम तथा आईयूसीडी का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि स्थाई साधन में एनएसभी एवं महिला बंध्याकरण की सुविधा प्रदान की जाती है वही अस्थाई साधन में अंतरा इंजेक्शन का महत्वपूर्ण स्थान है। इसे प्रत्येक तीन माह में एक बार दिया जाता है। इसके माला एन., आईयूसीडी, आई पिल एवं कंडोम मुख्य साधन है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी कराने वाले को सरकार की तरफ से 2000 रुपये, उत्प्रेरक को 300 रुपये वहीं  महिला बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को 1400 रुपये तथा उत्प्रेरक को 200 रुपये सरकार के तरफ से दिया जाएगा।

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