वन सेवा संघ के कर्मचारियों नें अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को टुंडी रोड स्थित सदर विधायक के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन किया। बाद में विधायक के नाम इन्होंने उनके प्रतिनिधि को एक ज्ञापन भी सौपा। बताया गया कि झारखंड राज्य अवर वन चित्र कर्मी वनपाल नियमावली 2020 को निरस्त कर झारखंड राज्य वन क्षेत्र कर्मी नियमावली 2014 को यथावत रखने की मांग की गई। झारखंड वनपाल के कर्मियों ने अपनी मांगों में बताया कि वनपाल प्रस्तावित नियामवली 2020 पूर्णतः त्रुटिपूर्ण है। बताया गया कि झारखंड राज्य अनवरण क्षेत्र कर्मी नियमावली 2014 में कई सीटें आरक्षित है। साथ ही राष्ट्रीय वन कमीशन भी यह बताता है कि सीधी नियुक्ति केवल वंरक्षी एवं पक्षेत्र पदाधिकारी स्वर्ग में ही हो सकती है।
जानकारी दी गई कि वर्तमान में कार्यरत वन रक्षक में ही प्रभारी वनपाल के रूप में लगभग पाच वर्सो का कार्य अनुभव है। झारखंड सरकार कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग कलाबंधी को 50प्रतिशत छूट प्रदान करने की मांग की गई। बताया गया कि विभाग नियुक्ति के समय वनपाल में वन रक्षक को शत प्रतिशत परनोती राज्य मेघा क्रमांक के द्वारा दिया जाएगा लेकिन अभी तक इसका लाभ नहीं दिया गया है। मौके पर जिला अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार चौधरी जिला उपाध्यक्ष प्रियेश कुमार विश्वकर्मा कुमार मंगलम संजय कांत यादव कौशलेंद्र कुमार अमर कुमार विश्वकर्मा सुमित कुमार सिंह मनीष कुमार राय धनेश्वर शर्मा अभिजीत राज आनंद कुमार सिकंदर पासवान प्रणव कुमार विवेक मोदी महेश कुमार स्वर्णकार समेत कई वंरक्षी मौजूद थे।