गिरिडीह शहरी कचरा को प्रबंधन कर जल प्रदूषण फैलने से रोकने के उद्देश्य से बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत मोतीलेदा पंचायत में सेप्टेज वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसी कड़ी में आज उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत मोतीलेदा पंचायत में निर्माणाधीन सेप्टेज वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों व कार्यकारी एजेंसी को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने सेप्टेज वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के संबंध में कार्यकारी एजेंसी से जानकारी प्राप्त की एवं कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए जल्द से जल्द प्लांट का निर्माण कार्य को पूर्ण करें।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कहा कि बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत मोतीलेदा पंचायत में सेप्टेज वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। जिसका लाभ नगरवासियों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। उन्होंने बताया कि जितने भी सेगमेंट्स की तैयारी करनी थी, जैसे सेपरेटर, सेप्टेज यूनिट, ग्रीड चैंबर, सेडिमेनटेंस टैंक, ड्रॉइंग बेड एवं अन्य मशीन यहां इंस्टॉल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे नगर निगम एवं सटे हुए इलाके जहां हाउस होल्ड बने हुए है, वहां पर सैप्टिक टैंक है उनसभी की कैपेसिटी के अनुरूप कार्य हो। साथ ही वर्तमान में नगर निगम में सैप्टिक रिमूवल के लिए दो गाड़ियों का संचालन किया जा रहा है, उसे बढ़ाकर 16 गाड़ियों का संचालन किया जाएगा। ताकि जितने भी सैप्टिक टैंक यूज करने वाले हाउसहोल्ड है, सभी की नियमित अंतराल पर साफ सफाई सुनिश्चित की जा सकें। सैपटिक टैंक से निकलने वाले कचड़े को सेप्टेज वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लाकर डंप करते हुए उसके आगे की कार्रवाई को सफलता पूर्वक संचालित की जा सकें। अन्तिम प्रोडक्ट्स के रूप में ट्रीटेड वॉटर और ट्रीटेड स्लच का निष्पादन किया जाएगा, जिसका की खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके अलावा उपायुक्त ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना का निर्माण क़िया जा रहा है। इसके साथ ही लैंडफिल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जहां शहर के कचड़े को लैंडफिल में डंप किया जाएगा। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि सेप्टेज वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट से क्षेत्र में कूड़े के प्रबंधन में मदद मिलेगी। उपायुक्त ने बताया कि संबंधित एजेंसी के द्वारा 10 वर्षों तक सेप्टेज वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की देखरेख सुनिश्चित की जाएगी।