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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सशक्त महिला सम्मान समारोह का आयोजन, कई महिलाओं को किया गया सम्मानित

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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर टाउन हॉल में मंगलवार को सशक्त महिला सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधिकार वीणा मिश्रा,डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, DSWO अलका हेंब्रम, डॉ मधु सिंह मौजूद थी। कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्रोचारण के साथ दीप प्रज्वलित कर की गई। तत्पश्चात गणेश वंदना की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सशक्त महिला सम्मान समारोह की आयोजिका पूनम बरनवाल ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं के सम्मान में स्वागत भाषण दिया। वहीं कार्यक्रम का संचालन चंचल भदानी और निशा बरनवाल कर रही थी।

कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक,न्यायालय,आध्यात्मिक,चिकत्सक,अधिवक्ता,प्राध्यापक,शिक्षिका,मीडिया,समेत विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही महिलाओं को सशक्त महिला के खिताब से नवाजा गया। समारोह के दौरान घरेलू महिलाओं को भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सम्मान,सुघड़ बहु सम्मान जैसे सम्मानों से पुस्तक और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित महिलाओं में पूनम प्रकाश सहाय,त्रिलोचन कौर,प्रभा रघुनंदन, डा मधु सिंह,मीना देवी, रूपा गुप्ता,ललिता बरनवाल,सरिता मोदी,प्रतीक्षा शर्मा,शारदा देवी समेत अन्य कई महिलाएं शामिल थी। वहीं कोरोना काल महामारी के समय समाज मे सराहनीय योगदान के लिए वर्णवाल महिला समिति, मारवाड़ी महिला मंच, प्रेरणा शाखा, मारवाड़ी महिला मंडल, जागृति क्लब, पतंजलि महिला समिति, भारतीय वैश्य महिला समिति, कायस्थ वृंद महिला समिति, लायंस क्लब , महिला नगर थाना, इनरव्हील क्लब को भी सशक्त महिला सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया।
मौके पर पूनम बरनवाल ने कहा की विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही महिलाएं कई तरह के संघर्ष कर अपना मुकाम हासिल की है और पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। आज कोई भी क्षेत्र नही है जिसमे महिलाओं ने अपना परचम नही लहराया है। बताया गया कि आज के समय में सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं भी आत्मनिर्भर बनके जीवन-यापन कर रही है। इसके साथ ही घर परिवार की जिम्मेदारियां भी बखूबी निभा रही है। उन्होंने कहा की इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह है कि महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, हिंसा को रोकने के लिए महिलाओं को सशक्त होने के साथ-साथ आत्मनिर्भर होने की भी जरूरत है।
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