आज विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्रालय झारखंड सरकार द्वारा प्रायोजित एवं झारखंड राज्य ऐड्स कंट्रोल सोसायटी के सौजन्य से गिरिडीह सदर अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेप्रेशन इकाई का वर्चुअल शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री झारखंड, श्री हेमंत सोरेन के द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि गिरिडीह जिले के लिए ये सौभाग्य की बात है, जिले को मिली इस सौगात से निश्चित ही स्वास्थ्य सुरक्षा की ओर सफल कदम उठाएं जा सकेंगे।
ब्लड कंपोनेंट सेप्रेशन यूनिट के शुरू होने से जिलावासियों को काफी लाभ मिलेगा। जिले के लोगों को रक्त की समस्या से निपटने हेतु बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। एक सामान्य ब्लड में 4 तरह का रक्त होता है… आरबीसी, डब्ल्यूबीसी, प्लेटलेट्स एवं प्लाजमा। इन चारों ब्लड का उपयोग अलग-अलग बीमारियों में होता है। अब एक यूनिट रक्त से कम से कम 2 लोगों को लाभ मिल पाएगा। जिन व्यक्तियों को सिर्फ प्लाज्मा की जरूरत होगी उन्हें उसी तरह से ब्लड उपलब्ध कराया जाएगा। डेंगू के मरीजों के लिए प्लेटलेट्स ब्लड की जरूरत होती है। जिले के मरीजों को इन सभी मामलों के लिए ब्लड चढ़वाने हेतुअन्य शहरों का रुख करना पड़ता था, लेकिन अब यहाँ सेपरेशन यूनिट शुरू होने से लोगो को इसी जिले में लाभ मिल पाएगा। इसके अलावा उपायुक्त ने अपने संदेश में कहा कि सभी स्वस्थ व्यक्ति संकोच छोड़कर रक्तदान करें। रक्तदान महादान है।
खून के अभाव में किसी की जान न जाए, इसके लिए सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है। सभी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकते है। उनके रक्तदान से जरूरतमंद व्यक्तियों की जान बच सकती है। रक्तदान करने से किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आती है एवं न ही किसी प्रकार की कमजोरी महसूस होती है। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। आगे उपायुक्त ने रेडक्रॉस सोसायटी के कार्यों की सराहना करते हुए युवाओं से इस मुहिम में आगे बढ़कर सहयोग करने एवं रक्तदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा दिया जाने वाला रक्त कईयों की जिंदगियों को बचा सकता है।